किस-किस ने धोका दिया
जख्म जब मेरे सिने के भर जायेंगे… आसूं भी मोती बन कर बिखर जायेंगे… ये मत पूछना किस-किस ने धोका दिया … वर्ना कुछ अपनों के चेहरे उतर जाएंगे !
एक बार कह देना
नफरत कभी ना करना तुम हमसे यह हम सह नहीं पाएंगे, एक बार कह देना जरूरत नही अब तुम्हारी दुनिया से हम हंसकर ही चले जाएंगे…

जुदा होने से पहले
हकीकत जान लो जुदा होने से पहले, मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले, ये सोच लेना भूलने से पहले, बहुत रोई है ये आंखे मुस्कुराने से पहले!
दर्द कितने हैं बता नहीं सकता ज़्ख्म कितने हैं दिखा नहीं सकता आँखो से समझ सको तो समझ लो आँसू गिरें हैं कितने गिना नहीं सकता !
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया; खाली ही सही हाथों में जाम तो आया; मैं हूँ बेवफा सबको बताया उसने; यूं ही सही, उसके लबों में मेरा नाम तो आया !!